Rashtrapati bhavan: राष्ट्रपति भवन मूल रूप से वर्ष 1929 में वायसराय हाउस के रूप में बनवाया गया था। वास्तुकला के इस राजसी टुकड़े की परिकल्पना प्रसिद्ध आर्किटेक्ट सर लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने की थी। भवन को 1947 से 1950 तक गवर्नमेंट हाउस कहा जाता था। राष्ट्रपति भवन में 340 कमरे हैं और 321 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। राष्ट्रपति भवन को तीन सर्किटों में विभाजित किया गया है:
1. सर्किट-1 या मुख्य भवन : मुख्य भवन में बैंक्विट हॉल, अशोक हॉल, दरबार हॉल, लाइब्रेरी, नॉर्थ ड्राइंग रूम, नवाचार सहित भवन के प्रमुख कक्ष दिखाई देते हैं।
2. सर्किट-2 संग्रहालय : राष्ट्रपति भवन संग्रहालय में तीन अलग अलग इमारतें हैं – क्लॉक टावर, स्टोबल और गैराज। संग्रहालय कला, संस्कृति, विरासत और इतिहास प्रेमियों के लिए एक मुख्य आकर्षण केंद्र है।
3. सर्किट-3 अमृत उद्यान : सर्किट-3 में स्वर्ग की तरह फूलों और वनस्पतियों से सजा अमृत उद्यान दिखाया जाता है। अमृत उद्यान आम जनता के लिए फरवरी-मार्च में होने वाले वार्षिक उद्यानोत्सव के समय खोला जाता है।
4. चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी: चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी हर सप्ताह के शनिवार को सुबह 8 बजे से 9 बजे के बीच आयोजित की जाती है। यदि शनिवार को राजपत्रित अवकाश है तो यह समारोह नहीं किया जाता है। इस समारोह में सुरक्षा गार्ड परेड करते हुए दिखाए जाते हैं। इस समारोह में पर्यटकों का प्रवेश 40 मिनट पहले शुरू किया जाता है और 15 मिनट पहले बन्द कर दिया जाता है।
राष्ट्रपति भवन कैसे पहुंचे?
राष्ट्रपति भवन निकटतम मेट्रो स्टेशन केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन है जिसका गेट नंबर 3 कर्तव्यपथ के रास्ते से 1 किमी की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन भी कर्तव्यपथ के रास्ते से एक किमी दूर स्थित है। केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन येलो और वायलेट लाइन के इंटरचेंज स्टेशन है जबकि उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन येलो लाइन पर स्थित है।
राष्ट्रपति भवन जाने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
- राष्ट्रपति भवन में यात्रा करने के लिए ऑफलाइन टिकट नहीं मिलती है। इसलिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx
- सर्किट-1 में स्लॉट की संख्या कम होती है जो एक या दो दिन में बुक हो जाते हैं। इसलिए यात्रा से एक सप्ताह पहले जब बुधवार को बुकिंग शुरू होती है तभी टिकट बुक कर लें।
- अगर आप 15 अगस्त या 26 जनवरी से 10/15 दिन पहले जाते हैं तो 2 नंबर गेट की बजाय अन्य गेट से जाएं जो टिकट में दिए गए हैं। क्योंकि इस गेट पर सेना के जवान इन त्योहारों की तैयारी करते हैं।
- एक पहचान प्रमाण पत्र जरूर लें जाएं जो टिकट बुक करते समय दर्ज किया है।
- सर्किट-1 में मोबाइल फोन या कैमरा ले जाना मना है। ये गेट पर ही जमा कर लिए जाएंगे।
राष्ट्रपति भवन के पास अन्य घूमने की जगह
1. प्रधानमंत्री संग्रहालय: दारा शिकोह रोड से 1.5 किमी दूर स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय देश के सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा दिए गए योगदान को प्रदर्शित करता है। भारत की राजनीतिक और सांस्कृतिक विरासत में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को यह अवश्य देखना चाहिए।
2. इंडिया गेट: सामने कर्तव्यपथ पर 3 किमी दूर स्थित इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध और अफगान युद्ध मे शहीद हुए सैनिकों के लिए एक श्रधांजलि है। इसका निर्माण वर्ष 1931 में किया गया था। इंडिया गेट एक लोकप्रिय आकर्षण और देश के लिए राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।
3. राष्ट्रीय संग्रहालय: राष्ट्रपति भवन से 1.8 किमी दूर स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय एक ऐसा स्थान है जहां इतिहास, संस्कृति और कला का संगम होता है। यह प्राचीन काल से आधुनिक काल तक की कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है जो यहां आने वाले लोगों के लिए अमूल्य शैक्षिक और सम्रद्ध अनुभव बनाते हैं।
दिल्ली में राष्ट्रपति भवन कहां है?
दिल्ली में राष्ट्रपति भवन इंडिया गेट के सामने स्थित है। गूगल मैप पर लोकेशन देखने के लिए ‘view larger map’ पर क्लिक करें।