Radha madan mohan mandir vrindavan: श्री राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन के सबसे पुराने और पूजनीय मंदिरों में से एक है। मंदिर में भगवान कृष्ण को मदन मोहन के रूप में देवी राधा और ललिता के साथ पूजा जाता है।
राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन का इतिहास
लोकप्रिय मान्यता के अनुसार श्री राधा मदन मोहन मंदिर 5000 साल पहले भगवान कृष्ण के प्रपौत्र बज्रनाभ द्वारा बनाया गया था। समय बीतने के साथ मंदिर नष्ट हो गया और मूर्ती खो गई। बाद में जब अद्वैत आचार्य वृंदावन आए तब उन्हें मदन मोहन की मूर्ती एक पुराने बरगद के पेड़ के नीचे मिली। उन्होंने अपने शिष्य पुरुषोत्तम चौबे को पूजा करने के लिए सौंप दी जिन्होंने बाद में सनातन गोस्वामी को दे दी।
वर्ष 1580 में श्री सनातन के मार्गदर्शन में मुल्तान के व्यामारी कपूर रामदास द्वारा मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया। वर्ष 1670 में मुगल सम्राट औरंगजैब ने मंदिर पर आक्रमण किया। आक्रमण से पहले मंदिर की मूल मूर्ती को राजा जयसिंह ने रातोंरात जयपुर में स्थानांतरित किया था। बाद में श्री राधा मदन मोहन की मूल मूर्ती राजस्थान के करौली में स्थित मदन मोहन मंदिर में स्थापित कर दी गई। वर्ष 1748 में मदन मोहन मंदिर वृंदावन में मदन मोहन की एक प्रतिकृति स्थापित गई।
राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन खुलने का समय
राधा मदन मोहन मंदिर खुलने का समय सर्दी और गर्मी में मौसम के अनुसार बदलता रहता है जो इस प्रकार है:
सर्दी: सर्दियों में सुबह 7 बजे से 12 बजे तक और शाम को 4 बजे से 8 तक खुला रहता है।
गर्मी: गर्मियों में सुबह 6 बजे से 11 बजे तक और शाम को 5 बजे से 9:30 बजे तक खुला रहता है।
राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन कैसे पहुंचें?
वायु मार्ग: आगरा के हवाई अड्डा वृंदावन से लगभग 75 किमी और दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 150 किमी दूर है। हवाई अड्डे से बस, ट्रेन या निजी कैब करके भी पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन (MTJ) वृंदावन से लगभग 12 किमी दूर स्थित है। स्टेशन से बाहर निकलते ही वृंदावन पहुचने के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा मिल जाते हैं।
सड़क मार्ग: वृंदावन से लगभग 11 किमी दूर उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन का बस स्टैंड है, जो उत्तर के अन्य शहरों, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों से जुड़ा हुआ है। बस स्टैंड से वृंदावन के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं।
राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन के पास के अन्य आकर्षण
बांके बिहारी मंदिर: मंदिर से 1.4 किमी दूर स्थित बांके बिहारी मंदिर भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिकता का केंद्र है। यह भगवान कृष्ण के शाश्वत आकर्षण का जीवंत प्रमाण है, जो दूर दूर से भक्तों को प्यारे बांके बिहारी के दिव्य आकर्षण का अनुभव करने के लिए आकर्षित करता है। मंदिर में भगवान कृष्ण त्रिभंग मुद्रा में खड़े हैं जो तीन कोणों पर झुके हुए हैं।
निधिवन: श्री राधा मदन मोहन मंदिर से 1.4 किमी दूर स्थित निधिवन कथाओं और रहस्यों से भरपूर एक उपवन है। तुलसी के पेड़ों का यह उपवन वृन्दावन के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। निधिवन तीर्थयात्रियों और भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए एक रहस्यमय और पवित्र गंतव्य है।
वृंदावन में राधा मदन मोहन मंदिर कहां स्थित है?
मंदिर वी आई पी रोड, बांके बिहारी मंदिर के पास, गोदा विहार, वृंदावन में स्थित है। गूगल मैप पर लोकेशन देखने के लिए view larger map पर क्लिक करें।