Prem mandir vrindavan: भारत के पवित्र शहर वृन्दावन में स्थित प्रेम मंदिर वृंदावन भगवान कृष्ण और उनकी दिव्य पत्नी देवी राधा को समर्पित एक अत्यंत प्रतिष्ठित मंदिर है। मंदिर अपनी लुभावनी वास्तुकला, जटिल नक्काशी और भक्तिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
प्रेम मंदिर किसने बनवाया
प्रेम मंदिर का निर्माण प्रमुख आद्यात्मिक महंत और भगवान कृष्ण के भक्त श्री कृपालु जी महाराज द्वारा बनवाया गया था। मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2001 में शुरू किया गया और वर्ष 2012 में सम्पन्न हुआ था। यह मुख्य रूप से सफेद संगमरमर से बनाया गया है। मंदिर परिसर में संगीतमय फव्वारे, श्री कृष्ण और राधा की झाकियां, गोवर्धन धारण लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीलाएं जैसी खूबसूरत झाकियां दिखाई गई हैं।
रात में रोशनी होने पर संगमरमर से बना मंदिर परिसर विशेष रूप से आश्चर्यजनक लगता है, जिससे एक दिव्य और अलौकिक माहौल बनता है। दुनिया भर से भक्त और पर्यटक आध्यात्मिक वातावरण में डूबने प्रार्थना करने और मंदिर की सुंदरता देखने के लिए मंदिर में आते हैं। इसे भक्ति, ध्यान और आध्यात्मिक चिंतन का स्थान माना जाता है।
वृंदावन प्रेम मंदिर खुलने का समय
गेट पर लगे बोर्ड के अनुसार प्रेम मंदिर खुलने का समय और आरती का समय इस प्रकार है-
प्रातः काल | सायं काल | |
दर्शन एवं आरती | 08:30 | 04:30 |
भोग | 11:30 | 5:30 |
सयन आरती | 12:00 | 8:10 |
पट बंद | 12:00 | 8:30 |
संगीतमय फव्वारा
ग्रीष्मकालीन – सायं :- 7:30 से 8:00 (1 अप्रैल से 30 सितंबर तक)
शीतकालीन – सायं :- 7:00 से 7:30 (1 अक्टूबर से 31 मार्च तक)
प्रेम मंदिर वृंदावन के दर्शन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
1. मंदिर में बैग ले जाना वर्जित है जबकि मोबाइल ले जा सकते हैं। इसलिए अपना बैग या तो कमरे में रखकर जाएं या बाहर जमा कर दें।
2. जूता या चप्पल मंदिर परिसर में बने जूता स्टैंड पर ही उतारें।
3. मंदिर परिसर के बंदरों से सावधान रहें क्योंकि बंदर चस्मा, वीडियो बनाते समय मोबाइल फोन और कैमरे छीन ले जाते हैं।
प्रेम मंदिर वृन्दावन कैसे पहुंचे?
वृन्दावन देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। प्रेम मंदिर परिवहन के विभिन्न माध्यमों द्वारा पहुंचा जा सकता है, जो निम्नलिखित हैं:
वायु मार्ग: आगरा के हवाई अड्डा मंदिर से लगभग 75 किमी और दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 150 किमी दूर है। हवाई अड्डे से बस, ट्रेन या निजी कैब करके भी पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन (MTJ) मंदिर से 12 किमी दूर स्थित है, जो मथुरा को देश के लगभग सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जोड़ता है। स्टेशन से बाहर निकलते ही मंदिर पहुचने के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा मिल जाते हैं।
सड़क मार्ग: मंदिर से 10 किमी दूर उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन का बस स्टैंड है, जहां से उत्तर के अन्य शहरों, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों से जुड़ा हुआ है। बस स्टैंड से मंदिर के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं।
प्रेम मंदिर वृन्दावन के पास के अन्य आकर्षण
इस्कॉन मंदिर: प्रेम मंदिर से बांके बिहारी मंदिर की तरफ भक्ति वेदांत स्वामी मार्ग पर 550 दूर स्थित इस्कॉन मंदिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। भगवान कृष्ण को समर्पित यह मंदिर अपने भक्तिमय वातावरण और सुंदर वास्तुकला के लिए जाना जाता है। तीर्थयात्री पूजा करने और भक्ति की सम्रद्ध परम्पराओं का अनुभव करने के लिए आते हैं।
वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर: छटीकरा की तरफ 2.8 किमी दूर स्थित वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रतिष्ठित मंदिर है। यह अपनी भव्यता और सुंदर डिज़ाइन के लिए जाना जाता है।
प्रेम मंदिर कहां स्थित है?
प्रेम मंदिर श्री कृपालु जी महाराज मार्ग पर रमन रेती, वृंदावन में स्थित है। गूगल मैप पर लोकेशन देखने के लिए ‘view larger map’ पर क्लिक करें।