Shri Krishna janmabhoomi mathura: श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा शहर में स्थित लाखों हिन्दुओं द्वारा पूजनीय एक तीर्थस्थल है। यह पवित्र स्थल भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मंदिर है जो महाकाव्य महाभारत के मुख्य पात्र हैं। साल भर में विश्वभर से लाखों तीर्थयात्री भगवान कृष्ण की पूजा करने आते हैं। जन्माष्टमी (भगवान कृष्ण का जन्मदिन), बसंत पंचमी, होली और दिवाली महोत्सव पर तीर्थयात्रियों संख्या अधिक हो जाती है।
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श्री कृष्ण जन्मभूमि भगवान कृष्ण की मामा कंश की जेल को केंद्रित करता है। इस जेल में कृष्ण के माता वासुदेव और देवकी को कैद कर रखा था। मामा कंश की जेल में ही श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। मंदिर में कृष्ण जन्मभूमि के अलावा गुफा और कई मंदिर हैं।
श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा के दर्शन करने का समय
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर खुलने का समय व आरती का समय निम्नलिखित है:
गर्मी: अप्रैल से नवंबर महीनों में 5:00am से 12:00pm तक और शाम 4:00pm से 9:30pm तक खुलता है। जबकि गर्भगृह 5:00am से 9:30pm तक खुला रहता है।
सर्दी: नवंबर से अप्रैल तक 5:30am12:00pm तक और शाम 3:00pm से 8:30pm तक खुलता है। जबकि गर्भगृह 5:30am से 8:30pm तक खुला रहता है।
आरती:-
मंगल आरती: 5:30am
माखन भोग: 8:00am
संध्या आरती: 6:00pm
श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा कैसे पहुंचें?
श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा परिवहन के विभिन्न माध्यमों द्वारा पहुंचा जा सकता है, जो निम्नलिखित हैं:
वायु मार्ग: आगरा के हवाई अड्डा मंदिर से लगभग 62 किमी और दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 150 किमी दूर है। हवाई अड्डे से बस, ट्रेन या निजी कैब करके भी पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: जन्मभूमि मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन (MTJ) मंदिर से 3.5 किमी दूर स्थित है। मथुरा जंक्शन को देश के लगभग सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जोड़ता है। स्टेशन से बाहर निकलते ही मंदिर पहुचने के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा मिल जाते हैं।
सड़क मार्ग: जन्मभूमि से 2 किमी दूर उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन का बस स्टैंड है, जहां से उत्तर के अन्य शहरों, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों से जुड़ा हुआ है। बस स्टैंड से मंदिर के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं।
श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा के दर्शन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
1. श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर में सुरक्षा कारणों से बैग, कैमरा, मोबाइल आदि ले जाना वर्जित है। मंदिर के गेट के दोनों तरफ मोबाइल या बैग रखने के लिए अलग अलग स्टैंड उपलब्ध हैं।
2. जूता या चप्पल मंदिर परिसर में बने जूता स्टैंड पर ही उतारें और परिसर में पवित्रता और मर्यादा बनाए रखें।
श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा के पास अन्य आकर्षण
पौत्र कुंड: श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के पास ही स्थित पौत्र कुंड एक पवित्र कुंड है। मान्यताओं के अनुसार इस कुंड माता देवकी भगवान कृष्ण के कपड़े धुलती थीं।
भूतेश्वर महादेव मंदिर: भूतेश्वर महादेव मंदिर जन्मभूमि से मथुरा जंक्शन और रोडवेज बस स्टैंड के रास्ते पर 2.2 किमी दूर स्थित है। यह भगवान शिव को समर्पित मंदिर है। भूतेश्वर महादेव को मथुरा के राजा के रूप में जाना जाता है।
द्वारकाधीश मंदिर: श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से लगभग 2 किमी दूर स्थित द्वारकाधीश मंदिर में भगवान कृष्ण की पूजा द्वारका के राजा के रूप में की जाती है। मंदिर मथुरा के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
विश्राम घाट: विश्राम घाट श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से द्वारकाधीश मंदिर के रास्ते पर आगे चलकर लगभग 2.5 किमी दूर स्थित है। एक कथा के अनुसार विश्राम घाट वह जगह है जहां श्री कृष्ण ने मामा कंश को मारने के बाद विश्राम किया था।
मथुरा संग्रहालय: मथुरा संग्रहालय जन्मभूमि से 2.7 किमी दूर शहीद भगत सिंह पार्क के पास स्थित है। संग्रहालय में मथुरा की संस्कृति को प्रदर्शित करता है। इसमें लगभग 2000 साल पुराने अवशेष देखने को मिलते हैं।
श्री कृष्ण जन्मभूमि कहां है?
श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा वृंदावन मार्ग पर दीग चौराहे के पास स्थित है। गूगल मैप पर लोकेशन देखने के लिए ‘view larger map’ पर क्लिक करें।