Keshi Ghat Vrindavan: यमुना नदी के तट पर स्थित केशी घाट वृंदावन में एक प्रमुख स्नान स्थल है। यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और फोटो उत्साही आते हैं। यहां हर शाम को यमुना महाआरती की जाती है। ऐसा माना जाता है कि आरती में हिस्सा लिए बिना वृंदावन की यात्रा अधूरी है। पवित्र डुबकी और आरती के अलावा यात्री यहां नौका विहार का भी आनंद ले सकते हैं।
केशी घाट वृंदावन का इतिहास
प्रचलित मान्यता के अनुसार द्वापरयुग में एक दिव्य भविष्यवाणी हुई थी कि कंश को मारने वाला पैदा हो चुका है। भविष्यवाणी सुनते ही कंश ने उस बच्चे को मारने का निर्णय लिया जो उसे मारने के लिए नियत किया गया था। उसने कृष्ण को मारने के लिए अपने वफादार राक्षसों को भेजा। उनमें से सभी मारे गए फिर उसने केशी को भेजा।
कंश के आदेश पर केशी ने एक भयंकर घोड़े का रूप लेकर वृंदावन में प्रवेश किया। उसने निर्दोष लोगों को डराना और मारना शुरू कर दिया। भगवान कृष्ण ने उसे पहचान लिया और उसका बध कर दिया। उसे मारने के बाद कृष्ण ने यहां पर पवित्र डुबकी लगाई। तब से भक्त यहां पवित्र स्नान करने आते हैं।
केशी घाट वृंदावन का निर्माण रानी लक्ष्मी देवी ने 17वी शताब्दी में राजस्थानी स्थापत्य शैली में करवाया था। इस स्थान का नाम केशी राक्षस के नाम पर रखा गया है।
केशी घाट वृंदावन में आरती का समय
हालांकि यह घाट 24 घंटे खुला रहता है लेकिन यहां सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक आना सबसे अच्छा समय है।
यमुना महाआरती का आयोजन शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच किया जाता है।
केशी घाट वृंदावन कैसे पहुंचें?
वायु मार्ग: वृंदावन से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली 150 किमी और आगरा एयरपोर्ट 75 किमी दूर स्थित है। दोनों एयरपोर्ट से आप बस, ट्रेन या प्राइवेट टैक्सी से वृंदावन पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन वृंदावन धाम से 12 किमी दूर स्थित है। स्टेशन से वृंदावन के लिए E-रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं। अधिकतम रिक्शा पागल बाबा मंदिर के पास छोड़ देते हैं और फिर वहां से केशी घाट के लिए बदलने पड़ते हैं।
सड़क मार्ग: मथुरा बस स्टैंड 11 किमी दूर स्थित है जो उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों से यूपीएसआरटीसी बसों के माध्यम से अच्छे से जुड़ा हुआ है। स्टैंड से वृंदावन के लिए E-रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं, जिनमें से अधिकतम पागल बाबा मंदिर के पास छोड़ देते हैं। पागल बाबा मंदिर से घाट के लिए E-रिक्शा बदलने पड़ते हैं।
केशी घाट वृंदावन के निकट घूमने के लिए अन्य स्थान
1. निधिवन: केशी घाट से 450 मीटर दूर निधिवन भगवान कृष्ण की रहस्यमय कहानियों से परिपूर्ण एक वन है। यह तुलसी के पेड़ों का वन वृंदावन के सबसे स्थानों में से एक है। निधिवन तीर्थयात्रियों और भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए रहस्यमय और पवित्र गंतव्य है।
2. गोपेश्वर महादेव मंदिर: केशी घाट से लगभग 750 मीटर दूर स्थित गोपेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां पर भगवान शिव एक गोपी के रूप में पूजे जाते हैं। यह मंदिर बहुत ही छोटा लेकिन हिंदू शास्त्रों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
3. राधा मदन मोहन मंदिर: केशी घाट से लगभग 2 किमी दूर स्थित मदन मोहन मंदिर वृंदावन के सबसे पुराने और पूजनीय मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में भगवान कृष्ण देवी राधा और ललिता के साथ मदन मोहन के रूप में पूजे जाते हैं।
केशी घाट वृंदावन लोकेशन
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