Mathura me ghumne ki jagah: मथुरा भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है जो अपनी प्राचीन संस्कृति और परंपरा के चलते पर्यटकों और कृष्ण भक्तों के लिए आकर्षण केंद्र बना हुआ है। अगर आप मथुरा जाना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि मथुरा में घूमने की जगह कौन कौन सी हैं जहां आपको जरूर जाना चाहिए।
1. श्री कृष्ण जन्मभूमि
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा में घूमने की जगह में से एक पूजनीय तीर्थस्थल है। यह पवित्र स्थल भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मंदिर है जो महाकाव्य महाभारत के मुख्य पात्र हैं। साल भर में विश्वभर से लाखों तीर्थयात्री भगवान कृष्ण की पूजा करने आते हैं। जन्माष्टमी (भगवान कृष्ण का जन्मदिन), बसंत पंचमी, होली और दिवाली महोत्सव पर तीर्थयात्रियों संख्या अधिक हो जाती है।
2. पौत्र कुंड
कृष्ण जन्मभूमि से सटा हुआ पौत्र कुंड एक पवित्र जल कुंड है। ऐसा माना जाता है कि यह भगवान कृष्ण के माता पिता द्वारा किए गए अनुष्ठानों से जुड़ा हुआ है।
3. श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर
श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर मथुरा में घूमने की जगह से सबसे प्राचीन मंदिर है। श्री भूतेश्वर महादेव को मथुरा का क्षेत्रपाल या रक्षक भी कहा जाता है। मंदिर परिसर में पाताल देवी, काली देवी, गिरिराज महाराज और अन्य सुंदर मंदिर स्थित हैं। यह मंदिर सालभर भक्तों को आकर्षित करता है और सावन सोमवार और शिवरात्रि को यहां पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जातीहै।
4. मथुरा संग्रहालय
मथुरा संग्रहालय मौर्य, शुंग, गुप्त और कुषाण काल की पुरातात्विक कलाकृतियों का सांस्कृतिक खजाना है। संग्रहालय मथुरा क्षेत्र की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करता है। यह उन लोगों के लिए मथुरा में घूमने की जगह में से योग्य है, जो इस प्राचीन भारतीय शहर की सांस्कृतिक विरासत को अच्छे से समझना चाहते हैं।
5. द्वारकाधीश मंदिर मथुरा
मथुरा में घूमने की जगह में से प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में श्री कृष्ण की पूजा द्वारका के राजा के रूप में की जाती है। मंदिर में श्री कृष्ण की मूर्ती काले पत्थर से और राधा रानी की सफेद पत्थर से बनी मूर्ती मुख्य देवता के रूप में स्थापित है। मंदिर की वास्तुकला इतनी सुंदर है कि आप पहली बार इस विशाल सरचना के आकर्षण और समृद्धि को देखकर आश्चर्यचकित रह जाएंगे।
6. विश्राम घाट
पवित्र यमुना नदी के किनारे स्थित विश्राम घाट एक पूजनीय स्थान है जहां माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने कंश को मारने के बाद विश्राम किया था। यह अपने शांत वातावरण और शाम की यमुना आरती के लिए जाना जाता है। यहां पर आप नौका विहार भी कर सकते हैं।
7. बिरला मंदिर मथुरा
मथुरा रेलवे स्टेशन से लगभग 6 किमी दूर मथुरा-वृंदावन मार्ग पर स्थित बिरला मंदिर को गीता मंदिर नाम से भी जाना जाता है। यह भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है। मंदिर का वातावरण मथुरा में घूमने की जगह में से सबसे शांत है जो मुझे बहुत ही अच्छा लगा।
मथुरा में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय
पवित्र शहर मथुरा और वृन्दावन में गर्मियों में तापमान अधिक होता और जनवरी में सर्दी अधिक होती है। इसलिए यहां पर घूमने के लिए सबसे अनुकूल समय अक्टूबर से दिसंबर और फरवरी से मार्च तक है। वर्ष के इन महीनों में तापमान मध्यम श्रेणी में रहता है जो भक्तों की यात्रा सुखद बनाता है।
मथुरा कैसे पहुंचें?
मथुरा परिवहन के विभिन्न माध्यमों द्वारा पहुंचा जा सकता है, जो निम्नलिखित हैं:
वायु मार्ग: आगरा के हवाई अड्डा मंदिर से लगभग 62 किमी और दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 150 किमी दूर है। हवाई अड्डे से बस, ट्रेन या निजी कैब करके भी पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन (MTJ) मथुरा को देश के लगभग सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जोड़ता है। स्टेशन से बाहर निकलते ही सभी मथुरा में घूमने की जगह के लिए e- रिक्शा और ऑटो रिक्शा मिल जाते हैं।
सड़क मार्ग: उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन का बस स्टैंड मथुरा को उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों से जुड़ा हुआ है। बस स्टैंड से सभी मथुरा में घूमने की जगह के लिए e-रिक्शा और ऑटो रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं।